अब न कोई दादी - नानी की कहानी , अब न गर्मी की छुट्टी में कहीं आना - जाना , अब न कोई दादी - नानी की कहानी , अब न गर्मी की छुट्टी में कहीं आना - जाना ,
हम है हिंदुस्तान के,और ये हिंदुस्तान हमारा है.. हम है हिंदुस्तान के,और ये हिंदुस्तान हमारा है..
अपनी जमीं अपनी भूमि यह मेरी मातृभूमि है।। अपनी जमीं अपनी भूमि यह मेरी मातृभूमि है।।
प्यारा है अपना सरकारी स्कूल। हम सब हैं इस बगिया के फूल।। प्यारा है अपना सरकारी स्कूल। हम सब हैं इस बगिया के फूल।।
बिन कहे मेरी जरूरतों का ख्याल है तुझे, बिन कहे मेरी जरूरतों का ख्याल है तुझे,
बालक हैं अबोध अभी जो, बालपने से हमें ललचाते। बालक हैं अबोध अभी जो, बालपने से हमें ललचाते।